सीएम हाउस में सबसे ज्यादा गहमागहमी, विधायक-मंत्री व बड़े नेता जुटे; भाजपा कार्यालय में सन्नाटा, दिल्ली में बन रही रणनीति

मध्यप्रदेश में मची सियासी उठापटक के बीच राजनीति के दो ही केंद्र बने हैं। कांग्रेस का सियासी गुणा भाग मुख्यमंत्री आवास में चल रहा है, वहीं भाजपा की रणनीति दिल्ली में बन रही है। सीएम हाउस में गहमागहमी का माहौल है तो भाजपा कार्यालय पर सन्नाटा पसरा हुआ है।


शाम छह बजे
हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास स्थित भाजपा कार्यालय में हम पहुंचे। यहां सन्नाटा पसरा हुआ था। ऑफिस के सभी पदाधिकारियों और मीटिंग हॉल में ताला लगा हुआ था। गिनती के चार-पांच कार्यकर्ता ही यहां-वहां टहल रहे थे। ऑफिस में मौजूद भाजपा के प्रवक्ता राहुल कोठारी ने बताया- प्रदेश कार्यालय में आज कोई नेता आया ही नहीं है। पार्टी की पूरी रणनीति दिल्ली में बन रही है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत प्रमुख नेता दिल्ली में हैं।


कौन आ रहा है मामा या कमलनाथ?
भाजपा कार्यालय से सीएम हाउस जाते समय जब हम पॉलीटेक्निक चौराहे पहुंच तो वहां भारी पुलिस बल लगा था। टाइट सिक्योरिटी देखकर एक वाहन चालक ने रुककर एक पुलिस वाले से पूछा- इतना फोर्स क्यों लगा है। इस पर पुलिस वाले ने कहा- सीएम आ रहे हैं। तो वाहन चालक ने एक और सवाल दागा- नए या पुराने, मामा या कमलनाथ। इस पर पुलिस वाला मुस्कुराया और बोला कमलनाथ आ रहे हैं।


शाम साढ़े छह बजे
सीएम हाउस के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा है। सभी को मेन गेट पर ही रोक लिया गया। बसों में सवार होकर कांग्रेस विधायक सीएम हाउस में अंदर चले गए। उनके साथ उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत, मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री और अन्य बड़े नेता शामिल थे। मंत्री मीडिया से बचने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, गृह मंत्री बाला बच्चन किसी तरह रुक गए। उन्होने कहा- सरकार बजट पेश करेगी। बजट में महिलाओं, युवाओं, सरकार के वादों और कोरोनावायरस पर चर्चा होगी।


पीछे के गेट से निकले जयवर्धन
कमलनाथ सरकार में मंत्री जयवर्धन सिंह मेन गेट पर मीडिया का जमावड़ा देख पीछे के गेट से निकल गए। बताया गया है- उनके पिता दिग्विजय सिंह सुबह से ही मुख्यमंत्री आवास में डटे हुए हैं।